इंतजार शायरी

 1.अब तुझसे मिलने की उम्मीद नहीं है पर,

यह कैसे कह दूं इंतजार नहीं है तेरा !♥️


2.उसके ना की उम्मीद तो नहीं,

फिर भी उसका इंतज़ार किये जा रहे हैं !♥️🌹


3.एक मुलाकात की आस में मैं ज़िंदगी गुजार लूंगा,

तुम हां तो🌹 कहो तुम्हारे लिए उम्र भर इंतज़ार करूंगा !


4.किन🌹 लफ्जों में लिखूँ मैं अपने इन्तजार को तुम्हें,

बेजुबां है इश्क़ मेरा ढूँढता है खामोशी से तुझे !❤️


5.हर वक्त😍 तुम्हारे ऑनलाइन आने का इंतजार करती हूँ

जानती हूँ तुम रिप्लाई नहीं करोगे लेकिन,

फिर भी तुम्हें मैसेज कर देती हूँ !❤️


6.फरियाद कर रही है यह तरसी हुई निगाह,

देखे हुए किसी को ज़माना गुजर गया !


7.वो न आएगा हमें मालूम था,

कुछ सोच कर इंतजार करते रहे !


8.रात देर तक तेरी दहलीज पर बैठी रहीं आँखें,

खुद न आना था तो कोई ख्वाब ही भेज दिया होता।


9.प्यार हो तुम मेरे पता है जरूर वापस आओगे,

तब तक करूँगा इंतज़ार तुम्हारा ये वादा रहा हमारा


10.एक मुद्दत 😍से चिरागों की तरह जलते हैं,

इन तरसती हुई आँखों को बुझा दे कोई।🥺


11.यूँ बेवजह बेवक़्त इस दिल को

किसी का इंतजार क्यों है,

जो है ही नहीं हाथ की लकीरों में

दिल को उसी से ही प्यार क्यों है।♥️


12.तुम्हारे जवाब का इंतजार रहेगा मुझको,

जरूरी नहीं कि तुम भी करो एक तरफा ही सही🌹

पर तुमसे प्यार रहेगा मुझको।🌹❤️


13.सही समय के इंतज़ार में रहती है,

फिर भी जाने क्यों ये किसी और को ढूंढती रहती है। 💟


14.रात क्या होती है हमसे पूछिए,❤️

आप तो सोये सवेरा हो गया।


15.पलकों पर रूका है समन्दर खुमार का,

कितना अजब नशा है तेरे इंतजार का।


16.कब आ रहे हो मुलाकात के लिये,

हमने चाँद रोका है एक रात के लिये।


17.उल्फ़त के मारों से ना पूछो आलम इंतज़ार का,

पतझड़ सी है ज़िन्दगी और ख्याल है बहार का।😥


18.प्यार के लिए मुझे इंतजार करना चाहिए था,

ये विचार मुझे 10 साल बाद भी परेशान कर रहे हैं।


19.हमलोग तो बस इंतज़ार ही कर सकते हैं,

उनका दीदार करना तो हमारे नसीब में ही नहीं हैं।


20.हर कोई पूछता है हमसे करते क्या हो,

और हम कहते है, इंतज़ार सही वक्त का।


21.तेरे इंतजार में कब से उदास बैठे हैं,

तेरे दीदार में आँखे बिछाये बैठे हैं,

तू एक नज़र हम को देख ले बस,

इस आस में कब से बेकरार बैठे हैं


22.मैं इस कदर हार जाऊंगा,

तुम जीतकर भी पछताओगे…!


23.बस इंतजार करते है तुम्हारा,

कभी सबर से तो कभी बेशबर होकर….!


24.मुझे मेरी ही याद आती है,

क्या था और क्या हो गया…!


25.इस बार खामोशी को चुना है मैने,

क्योंकि बोहोत कुछ सुना है मैने…!


26.मेरे अधूरे किस्से का मुझे हिसाब चाहिए,

मैं सही था या गलत मुझे जवाब चाहिए❤️❤️


27.क्या बेचकर खरीदे तुझ ए फुर्सत

सबकुछ तो गिरवी पड़ा है जिम्मेदारी के बाजार में…!


28.जो जानते हैं अकेलापन क्या होता है,

वो हमेशा दुसरो के लिए तैयार रहते हैं…!


29.एक मुलाक़ात की आस में मैं ज़िंदगी गुज़ार लूंगा,

तुम हां तो कहो तुम्हारे लिए उम्र भर इंतज़ार करूंगा।


30.हम इस इंतज़ार में रह गए कि वो हमें इंतज़ार नही करवाएँगे,

हमें क्या खबर थी कि वो खुद ही हमारा इंतज़ार कर रहे थे।

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