बेवफाई शायरी - bewafa Shayari 2025

 1.तेरी बेवफाई ने हमारा ये हाल कर दिया है,

हम नहीं रोते लोग हमें देख कर रोते है


2.एक बेवफा को हमने दिल में जगह दी थी,

ख़्वाबों की दुनिया अपनी उससे ही सजा दी थी।


3.तेरी बेवफाई ने मेरा ये हाल कर दिया है,

मैं नहीं रोती, लोग मुझे देख कर 😥 रोते है।


4.याद वही आते हैं जो अक्सर दर्द देते हैं,

बनाकर अपना सफर में, अकेला छोड़ देते हैं।


5.एक अजीब सा मंजर नज़र आता है,

हर एक आंसू समंदर नज़र आता हैं,

कहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपना,

हर किसी के हाथ मैं पत्थर नज़र आता हैं।


6.लम्हा लम्हा सांसें खत्म हो रही हैं,

जिंदगी मौत के पहलू में सौ रही है,

उस बेवफा से ना पूछो मेरी मौत की वजह,

वो तो ज़माने को दिखाने के लिए रो रही है।


7.ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक हैं,

तू सितम कर ले, तेरी हसरत जहाँ तक हैं,

वफ़ा की उम्मीद, जिन्हें होगी उन्हें होगी,

हमें तो देखना है, तू बेवफ़ा कहाँ तक हैं।


8.वो मेरे जज़्बात समझे या ना समझे,

मुझे उनकी हर बात पर विश्वास करना होगा,

हम इस दुनिया को छोड़ देंगे,

लेकिन वे हर रात आंसू बहाएंगे।


9.सलामत रहे वो बीछड कर भी हमसे,

ये रब से दुआ करेंगे,

वो हमें बैशक भूल जाये,

हमतो उन्हें रोज याद करेंगे।


10.वफ़ा के नाम से मेरे सनम अनजान थे,

किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे,

हमने वफ़ा देनी चाही तो पता चला,

हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे।


11.मेरा प्यार सच्चा था,

इसलिए तेरी याद आती है,

अगर तेरी बेवफाई भी सच्ची है,

तो अब यादों में मत आना !


12.खुदा ने पूछा क्या सजा दूँ उस बेवफा को,

दिल ने कहा मोहब्बत हो जाए उसे भी,

और कोई छोड़ के चले जाये उसे भी !


13.हमको दिल से भी निकाला गया, फिर शहर से भी,

हमको पत्थर से भी मारा गया, और जहर से भी !


14.बेवफा तो वो खुद हैं,

पर इल्ज़ाम किसी और को देते हैं,

पहले नाम था मेरा उनके लबों पर,

अब वो नाम किसी और का लेते हैं !


15.तेरी बेवफाई ने मेरा ये हाल कर दिया है की,

अब मैं नही रोता मुझे देख कर लोग रोते हैं !


16.हमें न इश्क़ मिली न मोहब्बत मिली,

हमको जो भी मिला बेवफा यार मिला,

अपनी तो बन गयी बेवफ़ा ज़िन्दगी,

हर कोई जरुरत का तलबगार मिला !


17.दूरी और बेरुखी का जब उनसे जवाब माँगा गया,

तो हमें बेवफा बना के हमसे रिश्ता तोड़ने का जवाब दिया !


18.वफा के नाम से मेरे सनम अनजान थे,

किसी की बेवफाई से शायद परेशान थे,

हमने वफा देनी चाही तो पता चला,

हम खुद बेवफा के नाम से बदनाम थे !


19.नजरें मेरी कहीं थक न जायें,

बेवफा तेरा इंतजार करते करते,

यह जान यूँ ही निकल न जाए

तुम से इश्क का इजहार करते करते !


20.क़दर भी तेरी क्या होगी हमें

जब तूने खुद को ही नज़रअंदाज़ किया


21.वादा किया था तुझसे ज़िंदगी भर का

पर तूने धोखा दिया अब इनकार क्या


22.यह ठीक है आपको अपना वफा नहीं मिला

मैं प्रार्थना.करूंगा कि आपको कोई बेवफा न मिले


23.मुझे.अपनी.भावनाओं.की सराहना भी पसंद है

मैं किसी को हर दिन आने

और शिकार करने का जोखिम कैसे उठा सकता हूं


24.मैं अपनी डायरी के पेज पर जो लिखा है

उसकी कॉन्टैक्ट लिस्ट में भी नहीं हूं


25.जवाब है सब कुछ दे देना

जो लोग मेरे रिश्ते की अहमियत को नहीं समझ पाए हैं

वो अब भी मेरी बातों को क्या समझेंगे


26.समय के साथ, वास्तव में

प्यार कभी नहीं बदलता

है अगर यह सच्चा प्यार है


27.मोहब्बत में अक्सर ऐसा ही होता है

बेवफाई करने वाले हंसते हैं..

और वफा करने वाले रोते हैं…


28.बड़ी सादगी से वो

बेवफाई करके निकल गए!!..

हम वफाएं करके भी

बस तंहा यूं ही रह गए!!…


29.कभी जिनकी आंखों से

वफाओं के आंसू गिरा करते थे…

आज उन आंखों में

बेवफाई की बेहयाई नजर आती है!!


30.यूं भुला देना

तेरे लिए आसान था!…

मुझे समय चाहिए

मुझे वक्त लगेगा!..


Comments

Popular posts from this blog

इंतजार शायरी

आत्मविश्वास सुविचार